बेचैन रहा मजबूर रहा,
क्या इस दिल का कुसूर रहा,
बीती रात उनकी महेफिल का कुछ यूँ दस्तूर रहा ,
दिल से खेल खेलने वालों में ये दिल मशहूर रहा,
बड़ा फीका उनके इश्क का फितूर रहा,
इस रेत को तो पा लिया, और रूह से दूर रहा.

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