"हर् कोई एक में ही तमाम मिलता है"....

हर् कोई एक में ही तमाम मिलता है,
जहाँ भी नजर डाली,
जमीं से जुडा हुआ एक आसमान मिलता है,
गुनाहों पे उनके उन्हें बच्चा न बोलो,
नादान सी बातों में सारा जहाँ मिलता है,
आओ गाँव वालों अपनी फसलें बचाओ,
ठाकुर जी का घोडा बेलगाम मिलता है,
कितना पुकारा प्रभु तुम क्यों ना आये,
हर् कोई जपता यहाँ राम-राम मिलता है .

टिप्पणियाँ

alka mishra ने कहा…
ग़ज़ल लिखने की अच्छी कोशिश की है गौरव
शुभकामनाएं
वैसे किस गेम के आर्टिस्ट हो ?
Gaurav Singh ने कहा…
Shukriya Alka ji...:-)
Ji main "Forza motorsports" aur "Star wars" games men kaam kar chuka hun....:-)

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